NCERT Book Class 12 Hindi Aroh: Chapter 3 कविता के बहाने प्रश्न-उत्तर (Question-Answer)
➤कविता के साथ
प्रश्न 1) कविता में कुछ पंक्तियाँ कोष्ठको में रखी गई है- आपकी समझ से इसका क्या औचित्य है?
उत्तर- कविता में कुछ पंक्तियाँ कोष्ठको में रखी गई है, जो निम्न है-
1. कैमरा दिखाओ इसे बड़ा-बड़ा
2. हम खुद इशारे से बतायगे कि क्या ऐसा?
3.यह अवसर खो देंगे?
4. यह प्रश्न पूछा नही जाएगा
5. आशा है आप उसे उसकी अपंगता की पीड़ा मानेग़े
6. कैमरा
बस करो
नहीं हुआ
रहने दो
परदे पर वक्त की कीमत हैं
7. बस थोड़ी ही कसर रह गई|
इन साड़ी पंक्तियों को ध्यान से पर पढने पर पता चलता है, की इन पंक्तियों में तीन प्रकार के कथन है| एक, कार्यक्रम के संचालक के| दो, कैमरामैन को दिए आर्डर| तीन, अपाहिज व्यक्ति और टीवी दर्शको को| वर्णन में वास्वविकता और सजीवता लाने के लिए कवि ने यह प्रयोग किया है|
प्रश्न 2) कैमरे में बंद अपाहिज करुणा के मुखौटे में छिपी क्रूरता की कविता है- विचार कीजिए|
उत्तर- 'कैमरे में बंद अपाहिज' हिंदी कविता में एक अपाहिज मनुष्य का कैमरे के सामने साक्षात्कार(इंटरव्यू) दिखाया जाता है| एक पल देखने से लगता है, की यह टीवी कार्यक्रम उस अपाहिज की दुःख,दर्द और पीड़ा को दिखाकर उसके प्रति टीवी दर्शको के मन में सहानुभूति जगाने के लिए दिखा रहे है| असल में तो इसका मुख्य उदेश्य दूरदर्शन के अपने चैनल को लोकप्रिय बनाना है और अधिक से अधिक लाभ कमाना है|
'कैमरे में बंद अपाहिज' हिंदी कविता में एक अपाहिज से पूछे गये सारे प्रश्न उसके दुःख,दर्द और पीड़ा को कुरेदने वाले व उसके स्वाभिमान को चोट और मूर्खतापूर्ण होते है| इन प्रश्नों में करूणा नही करुणा का पाखंड है| इस लिए हम यह कह सकते है, की हिंदी कविता कैमरे में बंद अपाहिज करुणा के मुखौटे में छिपी क्रूरता की कविता है|
प्रश्न 3) हम समर्थ शक्तिवान और हम एक दुर्बल को लाएगे पंक्ति के माध्यम से कवि ने क्या व्यंग्य किया है?
उत्तर- 'कैमरे में बंद अपाहिज' हिंदी कविता में कवि रघुवीर सहाय ने आज के समय में आधुनिक मीडिया की सोच पर व्यंग्य किया है| टीवी कार्यक्रम के विभिन्न चैनल के संचालक समझते है, की वे सब कुछ करने में समर्थ है| 'एक दुर्बल को लाएगे' की दूरदर्शन की घोषणा उसके अहंकार को सूचित करती है|
प्रश्न 4) यदि शारीरिक रूप से चुनौती का सामना कर रहे व्यक्ति और दर्शन, दोनों एक साथ रोने लगेंगे, तो उससे प्रश्नकर्ता का कौन-सा उदेश्य पूरा होगा?
उत्तर- 'कैमरे में बंद अपाहिज' हिंदी कविता में एक अपाहिज मनुष्य से काफी प्रश्न अपाहिज से पूछे गये सारे प्रश्न उसके दुःख,दर्द और पीड़ा को कुरेदने वाले व उसके स्वाभिमान को चोट और मूर्खतापूर्ण थे| टीवी कार्यक्रम के उद्घोषक प्रयास करते है, की वह अपाहिज व्यक्ति अपनी दुःख,दर्द और पीड़ा को कहते-कहते रोने लगे तथा उसे रोता देख उस कार्यक्रम को देखने वाले दर्शक भी रो पड़े| यदि यह सब हो जाये, तो टीवी कार्यक्रम सफल हो जाये| जिससे उस टीवी कार्यक्रम की लोकप्रियता बढ़ेगी और अधिक से अधिक लोग उस कार्यक्रम को देखगे| जिससे उस कार्यक्रम को खूब आर्थिक लाभ भी होगा| इस प्रकार उनका धन तथा लोकप्रियता कमाने का उधेश्य पूरा हो जायेगा|
प्रश्न 5) परदे पर वक्त की कीमत है कहकर कवि ने पुरे साक्षात्कार के प्रति अपना नजरिया किस रूप में रखा है?
उत्तर- साक्षात्कार में न विकलांग अपनी दुःख,दर्द और पीड़ा नही बता सकते है| केवल टीवी दूरदर्शन के कार्यक्रम के उद्घोषक अपने कार्यक्रम और उदेश्य को सफल बनाने के लिए काफी सारे दिखावी प्रखंड करते है| और जब कार्यक्रम का उदेश्य सफल नही होता है, तो कार्यक्रम समाप्त करने को कह देता है| दूरदर्शन पर समय की कीमत होती है| प्राप्त धन के अनुरूप ही दूरदर्शन पर समय दिया जाता है| कविता के कवि ने इस प्रव्रती पर व्यग्य किया है और उसे निदनीय बताया है|
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कैमरे में बंद अपाहिज
रघुवीर सहाय
Chapter 4 प्रश्न-उत्तर
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Hindi Aroh: Chapter 4
Question-Answer
Raghuveer Sahaay